न्यूज़ डेस्क । झारखंड । नववर्ष पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को खरसावां शहीद स्थल पहुंचे थे। खरसावां में उन्होंने उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जो 1 जनवरी, 1948 को हुए भीषण गोलीकांड में मारे गये थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गुवा गोलीकांड की तर्ज पर खरसावां गोलीकांड के शहीदों के परिजनों को चिह्नित कर सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री के साथ उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं।
मुख्यमंत्री हेमंत ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ शहीदों को नमन कर कहा कि खरसावां गोलीकांड को 77 वर्ष बीत चुके हैं। इस कूर ऐतिहासिक घटना के शहीदों के परिजनों को सम्मान और रोजगार देने की दिशा में सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि आजादी के समय यह घटना लोगों की जागरूकता और अधिकारों के लिए लड़ने की भावना का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज हमेशा से जागरूक और प्रकृति के साथ जुड़ा रहा है। अगर विश्व झारखंड के आदिवासी समाज के जीवनशैली का अनुसरण करता तो कोरोना जैसी महामारी का प्रभाव इतना बड़ा नहीं होता। झारखंडियों ने अपने सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति दी।
Anu gupta