NGTV NEWS । NEWS DESK । खर्चीली चुनाव 2019 में बिहार में जहां 579 करोड़ 42 लाख रुपए खर्च हुए थे.वहीं 2024 में यह खर्च बढ़कर 824 करोड़ रू हो गया. यानि पांच सालों में 245 cr की वृद्धि हुई.देश में चुनाव खर्च में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. चुनाव खर्चीला होते जा रहा है. लोकसभा चुनाव 2019 में जहां 579 करोड़ 42 लाख रुपए खर्च हुए थे.वहीं 2024 में यह खर्च बढ़कर 824 करोड़ रू हो गया. यानि पांच सालों में 245 करोड़ की वृद्धि हो गई.
औसत खर्च::::::::
लोकसभा चुनाव 2024 में विधानसभा वार औसत खर्च 2 करोड़ 92 लाख रहा. इससे कम व्यय करने वाले 16 जिलों में शेखपुरा, बांका, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, सारण, कटिहार, सीतामढ़ी, वैशाली, अरवल, नालंदा, कैमूर, भोजपुर, समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी शामिल है.
बिहार निर्वाचन आयोग की तरफ से बताया गया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में 579.42 करोड़ खऱ्च हुए थे. इस तरह से 40 लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 243 विधानसभा क्षेत्र का औसत व्यय 2 करोड़ 25 लाख था. वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 में 77462 मतदान केदो पर मतदान के संचालन पर 824 करोड रुपए खर्च हुए.यानि प्रति विधानसभा क्षेत्र का औसत व्यय 2 करोड़ 92 लाख रहा. इस प्रकार 5 वर्षों के अंतराल में प्रति विधानसभा औसत व्यय में 67 लाख रुपए (25 फ़ीसदी) की वृद्धि दर्ज की
चुनाव आयोग की तरफ से बताया गया है कि चुनाव में वृद्धि की वजह मतदान कर्मियों का मानदेय 30- 40 फ़ीसदी बढ़ाया गया है. वाहनों के मुआवजे में भी 25 से 40 फ़ीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. वाहन ईंधन दर में 50% की वृद्धि हुई है. मतदान केंद्रों की संख्या में आठ फ़ीसदी की वृद्धि हुई है. अर्ध सैनिक बलों पर 70% अधिक खर्च किया जा रहा है. वेब कास्टिंग वाले मतदान केदो में 400 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है. मतगणना केंद्र, चेक पोस्ट पर 100 % सीसीटीवी की स्थापना हुई है, जिसमें खर्च बढ़ा है. 5 वर्षों के अंतराल के कारण सभी सामग्री में भी वृद्धि हुई है. मतदान केदो के डिस्पैच केंद्रों पर अलग-अलग टेंट शामियाना की व्यवस्था की गई है. 2019 की तुलना में 2024 में अधिक गर्मी में चुनाव संपन्न कराए गए, लिहाजा टेंट की व्यवस्था करनी पड़ी.
#politics #news update#vidhansabha election#news today#social media#ngtv
Anu gupta