NGTV NEWS । औरंगाबाद । महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार तथा जिलाधिकारी औरंगाबाद के निर्देशानुसार आज विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड अंतर्गत संडास पंचायत के वार्ड संख्या 12 में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरियों एवं महिलाओं में मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के प्रति जागरूकता फैलाना एवं इससे जुड़ी सामाजिक भ्रांतियों को दूर करना था।

इस अवसर पर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी श्रीमती विनीता कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि मासिक धर्म एक स्वाभाविक जैविक प्रक्रिया है, जिससे संबंधित भ्रांतियों को समाप्त करना एवं स्वच्छता के प्रति सजगता लाना, समाज के समग्र स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बालिकाओं से आग्रह किया कि वे स्वयं जागरूक बनें और समाज की अन्य महिलाओं को भी इस विषय में जानकारी प्रदान करें। साथ ही, किसी भी असुविधा या समस्या की स्थिति में निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की सलाह दी।जेंडर स्पेशलिस्ट, जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ विमेन (DHEW), श्यामली कुमारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि माहवारी के दौरान स्वच्छता बनाए रखना, संतुलित व पोषणयुक्त आहार लेना, तथा मानसिक रूप से सकारात्मक रहना किशोरियों के लिए अत्यंत आवश्यक है।इस अवसर पर जिला परियोजना प्रबंधक श्री ब्रजेश सिंह एवं श्यामली कुमारी ने DHEW की गतिविधियों तथा महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी भी प्रतिभागियों के साथ साझा की।कार्यक्रम के अंत में यह संदेश स्पष्ट रूप से दिया गया कि माहवारी जैसे संवेदनशील विषय पर समाज में संवाद स्थापित कर, महिलाओं और किशोरियों को जागरूक एवं आत्मविश्वासी बनाया जा सकता है। इस आयोजन में स्थानीय ग्रामीणों के साथ वार्ड सदस्य श्री रामशंकर सिंह, दीपक कुमार एवं प्रेमलता कुमारी की सक्रिय सहभागिता रही।
