न्यूज डेस्क । Hindenburg research अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म Hindenburg Research, जिसने दुनिया की कई बड़ी कंपनियों, जिसमें भारतीय बिजनेसमैन गौतम अदानी का ग्रुप भी शामिल था, के खिलाफ बड़ी रिपोर्ट जारी की थी, वो अब बंद हो रही है. कंपनी के फाउंडर Nate Anderson ने इसपर बयान जारी किया है कि वो अब कंपनी को बंद कर रहे हैं.
इस खबर के आने के बाद गुरुवार को बाजार खुलने के साथ ही Adani Group Stocks में जबरदस्त तेजी दिखाई दी. Adani Ports, Adani Enterprises 5%, Adani Green 6%, Adani Power 4% उछले थे. ग्रुप के लगभग सभी शेयरों में तेजी थी.
नेट एंडरसन ने कहा कि हमारी योजना थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उन्हें पूरा करने के बाद कंपनी को बंद कर दिया जाए. हमारे काम से करीब 100 लोगों पर आपराधिक मुकदमे चले. इससे जुड़े खतरे और पर्सनल नुकसान को मैं भांप नहीं सका था.
कंपनी की 2017 में शुरुआत हुई थी. यह फर्म ग्राउंड ब्रेकिंग फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन का काम करती थी. नेट ने कहा कि हमने कुछ उन साम्राज्यों को हिला दिया, जिन्हें हमें लगा कि इने शेक करने की जरूरत थी. इन्होंने 11 लोगों के साथ मिलकर धीरे-धीरे कंपनी की शुरुआत की थी और इनका कोई फाइनेंशियल बैकग्राउंड भी नहीं था.
बंद करने का फैसला क्यों लिया?
फाउंडर ने कहा कि यह फैसला किसी भी धमकी, स्वास्थ्य कारण या किसी निजी वजहों से नहीं लिया गया है. Hindenburg मेरी जिदंगी का एक हिस्सा था, मेरी पूरी जिदंगी नहीं. हां, Hindenburg मे काम की Intensity से पर्सनल जिदंगी पर असर पड़ा. अब मैं परिवार, Hobbies और ट्रैवेलिंग को समय दूंगा. मैं कोई महामानव नहीं जो 4 घंटे की नींद लेकर काम कर सकूं.
आगे का क्या है प्लान?
एंडरसन ने कहा कि टीम के कुछ सदस्यों ने खुद के रिसर्च और फ्री एजेंट के तौर पर काम करने का निर्णय लिया है. हम टीम के हर सदस्यों के फैसले को सपोर्ट और प्रोत्साहन देंगे. आगे कुछ नया करने पर विचार करेंगे. अगले 6 महीने एक सीरिज पर काम कर रहे हैं. सीरीज में पिछले Investigations से जुड़े Material और Videos लाएंगे.
Anu gupta