NGTV NEWS । NEWS DESK । 2 दिन बाद मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान है इसलिए मेले में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गृहमंत्री अमित शाह ने संगम में डुबकी लगाई। अब तक 13.21 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान कर लिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान किया। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और कई संत पवित्र स्नान में गृह मंत्री के साथ मौजूद रहे।
श्री श्री रविशंकर कहते हैं कि मुझे देवकीनंदन ठाकुरजी से निमंत्रण मिला है। उन्होंने कुछ मुद्दे उठाए हैं। मैं कुछ कारणों से इस कार्यक्रम (धर्म संसद) में शामिल नहीं हो पा रहा हूं, लेकिन हमारी शुभकामनाएं आप सभी के साथ हैं। सनातन धर्म को अक्षुण्ण रखने के लिए संतों ने अपना योगदान दिया है…भारत में रहने वाले ही नहीं, बल्कि भारत के बाहर रहने वाले सनातन धर्मावलंबियों के बारे में भी सोचना ज़रूरी हो गया है। हम ऐसा करना जारी रखेंगे…”भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा, “यह सभी सनातनियों के लिए सौभाग्य की बात है कि प्रयागराज में 144 साल बाद महाकुंभ हो रहा है। 27 जनवरी को देवकी नंदन ठाकुर के नेतृत्व में धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सनातन बोर्ड के गठन और सनातन धर्म की रक्षा पर चर्चा की जाएगी।
प्रयागराज में स्नान करने पहुंची चंडीगढ़ की बिनिका ठाकुर ने कहा कि “हम यहां सुबह 4 बजे ही पहुंच गए । हमारे पूरे परिवार ने एक साथ पवित्र डुबकी लगाई। यह बहुत अच्छा लगा। शुरू में हमें लगा कि ठंड के कारण हम स्नान नहीं कर पाएंगे। लेकिन जब हम पानी में गए, तो बेहतर महसूस हुआ। यह अनुभव बहुत ही सुखद था। जब हम भगवान के लिए कुछ करते हैं, तो वह कठिन नहीं लगता…।
यूपी के प्रयागराज में महाकुं भ2025 में आज धर्म संसद देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज की अगुवाई में आयोजित होगी। देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज कहते हैं, हम सभी चाहते हैं कि सनातन बोर्ड का गठन हो। हम सरकार के समक्ष प्रस्ताव रख रहे हैं। सभी धर्माचार्य चाहते हैं कि सनातन का कल्याण हो और मंदिर सुरक्षित रहें – इसके लिए धर्म संसद शुरू होने वाली है। मैं इसकी तैयारी देखने जा रहा हूं। यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। “उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि जब उन्होंने (सपा प्रमुख अखिलेश यादव) महाकुंभ क्षेत्र में प्रवेश किया और स्नान किया तो हम सबको अच्छा लगा, हमने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में कैबिनेट का आयोजन करना राजनीतिक है। कल वे मुलायम सिंह की प्रतिमा कुंभ क्षेत्र में लगाने वाले लोगों से मिले क्या ये राजनीतिक नहीं है? ये राजनीतिकरण नहीं है? भारतीय राजनीति में इस तरह की दोरंगी नीति को लोग स्वीकार नहीं करते हैं। अखिलेश यादव को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए। जहां तक व्यवस्थाओं पर उनके सवाल का सवाल है, जब उनके कार्यकाल में महाकुंभ का आयोजन हुआ, तो किस तरह की बदइंतजामी की गई…भगदड़ मची और लोगों की जान चली गई…उनकी विचारधारा सनातन को समृद्ध होते देखने वाली नहीं है। वे हमेशा नकारात्मक बातें करते हैं और लोगों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं। सपा के डीएनए में तुष्टिकरण है।
Anu gupta