चिराग पासवान पर शर्मनाक आरोप, फूड कंपनी की ‘महिला डायरेक्टर’ ने ‘सुसाइड नोट’ में क्या लिखी है पढ़ें, एक-एक लाइन

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NGTV NEWS । NEWS DESK । केंद्रीय मंत्री और LJP(R) सुप्रीमो चिराग पासवान और उनके जीजा समेत अन्य पर गंभीर आरोप लगे हैं. एक प्रमुख फूड प्रोसेसिंग कम्पनी की महिला डायरेक्टर ने सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या की कोशिश है. नोट में चिराग पासवान व अन्य पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. महिला कारोबारी ने नोट में लिखा है, ” मेरे मरने के जिम्मेदार चिराग पासवान, चंद्रप्रकाश पांडेय, वेद प्रकाश पांडेय, भगवान सिंह मेवाड़ा, प्रकाश पाण्डे, सुनील त्रिपाठी हैं। मैं हाथ जोड़कर विनती करती हूं कि मेरे बाद मेरे परिवार को न्याय मिले.

पढ़ें पायल मोदी का खत।

मंत्री चिराग पासवान और उनके संबंधियों पर आरोप लगा कर सुसाइड की कोशिश करने वाली पायल मोदी का सुसाइड नोट चौंकाने वाला है. पढ़िए उन्होंने क्या लिखा है-“मैं पायल मोदी किशन मोदी की जयश्री गायत्री की डारेक्टर। अब इसे मेरी किस्मत कहे या बदकिस्मती, लेकिन जो भी हो, कभी नही सोचा कि जिंदगी यह सब करने को मजबूर कर देगी। कुछ लोग जिनके हाथ में राजनीतिक पावर है। उनकी वजह से मेरा खुशहाल परिवार आज बिखरने जा रहा है। आज मैं जो कदम उठाने जा रही हूं उसके जिम्मेदार चन्द्र प्रकाश पाण्डे, वेद प्रकाश पाण्डे, सुनील त्रिपाठी, भगवान सिंह मेवाड़ा, हितेश पंजाबी, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और अन्य लोग हैं।

यह सभी लोग चिराग पासवान की रिश्तेदारी में हैं। जैसे चंद्रप्रकाश पाण्डे, चिराग पासवान के जीजा हैं और वेद प्रकाश पाण्डे चन्द्र प्रकाश पाण्डे के छोटे भाई हैं। सभी लोग चिराग पासवान की पावर का इस्तेमाल करके मुझे और मेरे परिवार को बहुत परेशान करते हैं। यह लोग हमारी कंपनी में बहुत चोरी करने के बावजूद भी, जिसकी हमने FIR भी करा रखी है, हमारे ऊपर CGST, FFSI, EOW, ED के छापे पड़वाए। मैं और मेरा परिवार बहुत प्रताड़ित है।

खुद को लोजपा का कार्यकर्ता बताकर, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता यह भी कहा। ऐसा नहीं है कि हमने बात करने की कोशिश नहीं की हो। हमारे साथ इतना धोखा और गलत होते हुए भी 24/1/2025 को हम चन्द्र प्रकाश पाण्डे के घर पटना गए और उसके माता पिता से मिले। उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि सब ठीक हो जाएगा। दूसरे दिन हम दिल्ली में वसन्त कुंज पार्क में गए और बाद में हमसे मिलने अंदाज होटल में आया। मैंने और मेरे पति ने चन्द्र प्रकाश और वेद प्रकाश पाण्डे को बहुत कॉल और मैसेज भी किए। हम गलत नहीं थे फिर भी हमने यह कदम उठाया। क्योंकि मुझे और मेरे पति को यह एहसास हो गया कि राजनीतिक सपोर्ट और सत्ता के आगे कोई नहीं जीत सकता।

वेद प्रकाश पाण्डे ने हमें यह भी बता दिया कि 15 दिन में तुम्हारे यहां ईडी की रेड पड़ेगी और हमारे यहां रेड पड गई। जिसके चलते मेरे पति किशन मोदी जो कि हॉस्पिटल मेंभर्ती हैं, उनकी तबीयत खराब हो गई। मुझे यह डर लगता है, उन्हें कुछ हो न जाए।

हमने इन सब मामले में न्याय की गुहार हमारे माननीय मुख्यमंत्री मोहन यादव जी, पीएमओ ऑफिस और कमिश्नर भोपाल, डीजीपी मध्यप्रदेश से भी लगाई। ऐसी कोई भी जगह नहीं बची हमारे पास जहां हमने न्याय गुहार नहीं लगाई। हमें सब जगह से निराशा मिली। अंत में यह करना, एक मां के लिए यह फैसला कितना कठोर हो, पर मुझे ऐसा लगता है कि मुझे ये करने के बाद मेरे परिवार को न्याय मिलेगा। वेद प्रकाश पाण्डे मेरे मरने के जिम्मेदार चिराग पासवान, भगवान सिंह मेवाड़ा, प्रकाश पाण्डे, सुनील त्रिपाठी हैं। मैं हाथ जोड़कर विनती करती हूं कि मेरे बाद मेरे परिवार को न्याय मिले।”

Anu gupta

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