आम आदमी पार्टी की हार के बाद इंडिया गठबंधन के कुछ नेता क्यों उठा रहे सवाल?

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NGTV NEWS । NEWS DESK । दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत और आम आदमी पार्टी की हार के बाद इंडिया गठबंधन के नेता नतीजों को लेकर बयानबाज़ी कर रहे हैं. कुछ नेताओं ने आम आदमी पार्टी की हार का कारण कांग्रेस और ‘आप’ का अलग-अलग चुनाव लड़ना बताया हैहालांकि, इस नाराज़गी के बीच कुछ नेताओं ने इंडिया गठबंधन का बचाव भी किया.

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि आने वाले दिनों में इंडिया गठबंधन और मजबूत होगा.

उन्होंने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम चाहते थे कि दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी जीते, लेकिन बीजेपी जीती. लोकतंत्र में हम जनता का जो भी फ़ैसला हो स्वीकार करते हैं.”

अखिलेश यादव ने कहा, “इंडिया गठबंधन और मजबूत होगा. हम और आप लोग कई बार अपनी हार से बहुत कुछ सीखते हैं. हार से सीखना ही आने वाले समय के लिए रास्ता बनाता है.”

इंडिया गठबंधन के भविष्य के सवाल पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सांसद मनोज झा ने कहा कि यह गठबंधन लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र बनाया गया था, इसको लेकर सभी पार्टियों को पहले से पता था.

उन्होंने कहा, “इंडिया गठबंधन एक सेंट्रल आइडिया था. केंद्र में एक वैकल्पिक सरकार की संभावनाओं के लिए हमने उसका गठन किया था. तब भी सारी पार्टियों को पता था कि राज्यों में कई बार हम एकदूसरे के सामने होंगे.”

मनोज झा ने कहा, “लोकसभा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का समझौता हुआ, लेकिन पंजाब में नहीं हुआ दिल्ली में हुआ. इस तरह की विसंगतियां होती हैं.”

“मैं समझता हूं कि अगर दलों को एक बेहतर परफ़ॉर्मेंस के लिए लगता है कि हम समन्वय कर सकते हैं, तो उसके लिए चुनाव को देखकर नहीं, पहले से करना होगा, बजाय इसके कि जब मतगणना हो तब इसकी चर्चा हो.”किन नेताओं ने जताई नाराज़गी

जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री और जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्लाह दिल्ली चुनाव के नतीजों से काफी नाराज़ नज़र आए.

उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर तंज़ कसा और लिखा, “और लड़ो आपस में!!!”.

इस वीडियो में यह भी लिखा दिखता है, “जी भर कर लड़ो. समाप्त कर दो एक-दूसरे को.”

उधर, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने भी दिल्ली चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि अगर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग लड़ते तो नतीजे कुछ और होते.

शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा, “आप और कांग्रेस की राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बीजेपी है. दोनों को साथ आना चाहिए था. अगर दोनों साथ आए होते तो बीजेपी की हार गिनती के पहले घंटे में ही तय हो जाती.”

संजय राउत ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए एक बार फिर इसी बात पर ज़ोर दिया. हालांकि इस बार उन्होंने कहा, “देश को विपक्ष के सभी लोग ज़रूर आगे लेकर जाएंगे. आज हम सत्ता में नहीं हैं, लेकिन जनता की आवाज़ उठाकर रहेंगे.”

Anu gupta

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