NGTV NEWS । औरंगाबाद । पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान अधेड़ व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों को जानकारी न मिलने पर औरंगाबाद समाहरणालय में हंगामा किया।वैसे परिजनों ने पुलिस पर अधेड़ व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने का भी आरोप लगाया है। समाहरणालय में मृतक प्रमोद साव का पुत्र बबन कुमार ने बताया कि 27 फरवरी को उसे और उसके चाचा प्रवेश साव, चचेरा भाई मनोज कुमार गुप्ता एवं पुष्पा देवी को नवीनगर थानाध्यक्ष द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जब पूरे परिवार के साथ थाना गया तो थानाध्यक्ष पूछताछ के नाम पर गिरफ्तार कर लिया और सभी को बारी-बारी से जाकर पूछताछ के नाम पर सभी के साथ मारपीट किया गया और हत्या कबूलने का दबाव भी दिया जा रहा था। इस दौरान बच्चे व अन्य लोगों को बिजली करेंट का झटका देकर हत्या कबूलने की बात कही जा रही थी। 28 फरवरी को पिता प्रमोद साव, भाभी ममता कुमारी एवं पूजा कुमारी को भी पुलिस घर से पूछताछ के नाम पर उठा कर ले गई और उन लोगों के साथ भी मारपीट की। जब पूरे परिवार के सदस्य पुलिस द्वारा दबाव दिए जाने के बाद भी हत्या कबूल नहीं किया तो एक मार्च को मनोज कुमार गुप्ता, ममता देवी एवं पुष्पा देवी को छोड़ दिया गया और अन्य लोगों के साथ पुलिस मारपीट करती रही। दो मार्च यानी रविवार को पुलिस के मारपीट को ना झेल पाने के कारण प्रमोद साव की मौत हो गई और साक्ष्य छुपाने के लिए अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया गया। बड़ी बात यह है की मौत के बाद भी पुलिस द्वारा परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी गई और सोमवार की शाम तक शव कहा है इसके बारे में नही बताया गया। जब परिजन आवेदन लेकर समाहरणालय स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे, जहां उन लोगों का आवेदन भी नहीं लिया गया। इसके बाद परिजनों ने समाहरणालय में ही हंगामा किया और पुलिस प्रशासन का विरोध जताया।
वहीं इस मामले में औरंगाबाद पुलिस का बयान जानने की कोशिश की गई लेकिन सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय से संपर्क करने पर बात नहीं हो पाया।
Gautam Kumar