गंगा में प्रचंड बाढ़ की स्थिति के कारण एक एक कर पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त होते जा रहे है। जिस कारण बाढ़ अनुमंडल के बख्तियारपुर,अथमलगोला,बाढ़, पंडारक और मोकामा के कई तटीय गाँव बाढ़ की चपेट में आ गये है।और लोग गंगा में उफान को देखकर भयग्रस्त है।हाथीदह स्थित केंद्रीय जल आयोग के सहायक अभियंता राजेश कुमार सिंह ने बताया की गंगा ने 2016 का अधिकतम रिकॉर्ड 43.17 को तोड़ दिया है। और वर्तमान में 2021 के अधिकतम जलस्तर 43.52 से महज 20 सेंटीमीटर कम रह गई है,यानी खतरे के निशान से 1.76 मीटर ऊपर बह रही है।जबकि जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है।अभी प्रति दो घंटे में एक सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की जा रही है,और यह वृद्धि अगले दो दिन तक अभी जारी रहने की संभावना है।जिससे यह स्पष्ट है की 2021 के अधिकतम जलस्तर का भी रिकॉर्ड गंगा तोड़ते हुए नया रिकॉर्ड क़ायम कर सकती है,जिससे भारी तबाही की आशंका है।हालाँकि बक्सर में जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है और अगर गिरावट जारी रही तो अगले तीन दिनों के बाद बाढ़ अनुमंडल में जलस्तर में धीरे धीरे कमी आनी शुरू हो सकती है।हालांकि प्रशासन काफ़ी मुस्तैद है।एसडीएम शुभम कुमार अधिकारीयों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहे हैं।
Gautam Kumar