NGTV NEWS । औरंगाबाद । खरीफ मौसम की तैयारियों की समीक्षा समाहरणालय स्थित सभागार में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री (भा.प्र.से.) की अध्यक्षता में कृषि टास्क फोर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य खरीफ मौसम 2025 को लेकर कृषि विभाग एवं इससे संबंधित अन्य विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों की समग्र समीक्षा करना था। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि इस वर्ष जिले में कुल 1,72,000 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की रोपनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य की पूर्ति हेतु 17,200 हेक्टेयर भूमि में बीजड़ा तैयार किया जाना है।

अब तक जिले में 4,946 हेक्टेयर भूमि पर किसानों द्वारा बीजड़ा तैयार किया जा चुका है, जो कुल लक्ष्य का 17.13 प्रतिशत है। यह कार्य तेजी से प्रगति पर है और मौसम अनुकूल होने के कारण किसानों को इस कार्य में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो रही है। जिले को धान, मक्का, अरहर सहित विभिन्न फसलों के लिए कुल 1677 क्विंटल बीज प्राप्त हुआ है। इनमें से अब तक 688.24 क्विंटल बीज का वितरण किसानों के बीच किया जा चुका है, जो कि कुल प्राप्त बीज का लगभग 41.04 प्रतिशत है। शेष बीज का वितरण भी विभागीय निर्देशानुसार तीव्र गति से किया जा रहा है ताकि किसानों को समय पर बीज उपलब्ध कराया जा सके।बैठक में उर्वरकों की उपलब्धता की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि खरीफ मौसम में किसानों को किसी भी स्थिति में उर्वरकों की कमी नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि उर्वरक विक्रेताओं की नियमित रूप से निगरानी की जाए ताकि कालाबाजारी, जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी जैसी गतिविधियों पर सख्त नियंत्रण रखा जा सके। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि किसानों की आवश्यकता के अनुरूप उर्वरकों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।जिलाधिकारी द्वारा पशुपालन, गव्य विकास, मत्स्य पालन, उद्यान, सिंचाई सहित अन्य विभागों के पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें, जिससे वास्तविक किसानों तक योजनाओं की सही जानकारी समय पर पहुँच सके और वे लाभान्वित हो सकें। उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं का क्रियान्वयन पूर्ण पारदर्शिता और प्रभावशीलता के साथ किया जाए।बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विभागीय लक्ष्यों के अनुरूप कार्य निष्पादन को समयबद्ध रूप से सुनिश्चित करें और लगातार प्रगति की समीक्षा करते रहें। खरीफ मौसम की तैयारी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए तथा किसानों को यथासंभव हर स्तर पर सहायता प्रदान की जाए।बैठक में उपस्थितिइस बैठक में उप विकास आयुक्त श्रीमती अनन्या सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी रामईश्वर प्रसाद सिंह, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई प्रमंडल अशोक कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. श्याम किशोर, जिला मत्स्य पदाधिकारी राजेश कुमार पंडित सहित अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
