औरंगाबाद। भारत के महान नेता और कवि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई जी की 100 वीं जयंती के अवसर पर आज, 25 दिसंबर 2024 को समाहरणालय सभा कक्ष में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन कला संस्कृति एवं युवा विभाग तथा जिला प्रशासन औरंगाबाद के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। इस संगोष्ठी में जिले के सभी पदाधिकारी और जिले के विभिन्न प्रखंडों से स्कूली छात्राओं ने भाग लिया।
संगोष्ठी का उद्घाटन उप विकास आयुक्त अभ्यन्द्र मोहन सिंह द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह में उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई जी की विशेषताओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी ओजस्वी वाणी, अद्वितीय कूटनीति और मानवीय दृष्टिकोण का प्रतीक थे। उनके भाषण और कविताएं आज भी हर भारतीय को देशभक्ति और सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती हैं। अटल जी केवल राजनेता नहीं थे, बल्कि वे एक महान कवि, विचारक और दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने भारतीय राजनीति में एक नई दिशा दी।
कार्यक्रम के बाद, छात्रों और छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने कविता पाठ किया और भाषण की प्रस्तुति दी। इस संगोष्ठी में शामिल होने वाले सभी छात्र-छात्राओं ने अटल बिहारी वाजपेयी जी की जीवन यात्रा और उनके विचारों से प्रेरणा ली। इसके साथ ही, एक निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें छात्रों ने अटल बिहारी वाजपेयी जी की जीवनी पर अपने विचार व्यक्त किए।
यह संगोष्ठी केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि अटल बिहारी वाजपेई जी के प्रति हमारी श्रद्धांजलि भी थी। यह आयोजन इस बात को दर्शाता है कि कैसे एक व्यक्ति के विचार और कार्यों का प्रभाव समाज पर पड़ सकता है। अटल जी की कूटनीति, उनके विचार और उनकी कविताएं आज भी हमारे लिए मार्गदर्शक हैं।
इस संगोष्ठी में भाग लेने वाली सभी छात्राओं और उपस्थित जनों का धन्यवाद किया गया। इस आयोजन ने अटल बिहारी वाजपेई जी की विचारधारा को जीवित रखने का एक उत्कृष्ट प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि युवा पीढ़ी उनके विचारों से प्रेरित होकर देश की सेवा में आगे बढ़ेगी।
Anu gupta