न्यूज़ डेस्क । बिहार । मंगलवार की सुबह बिहार की राजधानी पटना में सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। यह झटके बेहद तीव्र थे, जिनकी तीव्रता 7.1 मापी गई है।
सुबह ठीक छह बजकर 37 मिनट पर धरती डोलने लगी, जिससे लोग अपने घरों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए। पटना के अलावा गोपालगंज, बेतिया, मुंगेर, औरंगाबाद और अन्य जिलों में भी भूकंप के तीव्र झटके महसूस किए गए।
भूकंप के झटकों से पहले अधिकतर लोग सो रहे थे, लेकिन जैसे ही धरती ने डोलना शुरू किया, लोगों के बीच खौफ फैल गया। कई लोग अपने बिस्तरों से कूद कर भागे और सड़क पर आ गए। ऐसे तेज भूकंप के झटकों ने शहर में हलचल मचा दी। लोग अपनी जान बचाने के लिए बाहर आ गए और कुछ पल के लिए अंजान दहशत में रह गए।
भूकंप का केंद्र नेपाल और चीन की सीमा पर था, जो इस क्षेत्र में भूकंप के लिए एक संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। जानकारी के अनुसार, भारत, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और चीन में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बिहार के सीतामढ़ी, शिवहर और मधुबनी जैसे जिलों में भी लोगों ने अद्भुत अनुभव किए जब अचानक से भूकंप के झटके आए।
भूकंप के बाद, स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की और एहतियात बरतने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए आपातकालीन सेवाएँ तत्पर रहें। इसके अलावा, भूकंप के कारण कोई बड़ा नुकसान होने की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन ऐसे भूकंप के झटकों से नागरिकों में खौफ पैदा हो जाता है।
इस घटना ने हमें एक बार फिर यह याद दिलाया है कि प्राकृतिक आपदाएँ कभी भी और कहीं भी आ सकती हैं। इसलिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए और सुरक्षा उपायों को गंभीरता से लेना चाहिए। ऐसी स्थितियों में नागरिकों को धैर्य और समझदारी से काम लेना चाहिए ताकि किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षित रह सकें।