न्यूज डेस्क । अमेरिकी अरबपति कारोबारी और परोपकारी लॉरेन पॉवेल जॉब्स महाकुंभ में पहुंचीं हैं. स्टीव जॉब्स की वह पत्नी हैं जिनकी मौत साल 2011 में हो गई थी. एप्पल के संस्थापक जॉब्स की पत्नी पॉवेल पहले शाही स्नान मकर संक्रांति पर मंगलवार को संगम में पुण्य की डुबकी लगाएंगी. निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि की अगुवाई में सुबह सात बजे के बाद गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में डुबकी लगातीं नजर आएंगे. 11 बिलियन डॉलर संपत्ति की मालकिन लॉरीन पॉवेल जॉब्स, जिन्हें गुरु कैलाशानंद गिरि ने कमला नाम दिया है, रविवार को महाकुंभ क्षेत्र में अपनी टीम के साथ पहुंचीं.
लॉरीन पॉवेल जॉब्स शुद्ध शाकाहारी हैं
कैलाशानंद गिरि ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि लॉरीन कल्पवास नहीं करेंगी, उन्हें दीक्षा दी जाएगी. वह चार-पांच दिन मेला क्षेत्र में प्रवास करेंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि उसके बाद उन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना है. वह वापस लौट जाएंगी. संगमनगरी में वह रहेंगी और यज्ञ, अभिषेक, पूजन करेंगी. अपने गुरु के साथ जाकर सभी अखाड़ों के महंतों से भी उनके मिलने का कार्यक्रम है. गिरि ने बताया कि कमला या लॉरीन पॉवेल जॉब्स बहुत ही धार्मिक हैं. वह शुद्ध शाकाहारी हैं.
महाकुंभ मेला कहां लगा है?
महाकुंभ मेला 13 जनवरी 2025 को पौष पूर्णिमा के दिन से शुरू हो गया है. यानी आज से लोग मेले का आनंद ले रहे हैं. इसका समापन 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि पर होगा. प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया गया है.
महाकुंभ में शाही स्नान की तारीख क्या है?
मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी 2025
मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी 2025
बसंत पंचमी के दिन 03 फरवरी 2025
माघी पूर्णिमा के दिन 12 फरवरी 2025
महाशिवरात्रि के दिन 26 फरवरी 2025
Anu gupta