औरंगाबाद। बिहार में नमक सत्याग्रह की शुरुआत किया था कुमार बद्री बाबू ने।इनके अनुरोध पर सुभाषचन्द्र बोस चौरम आश्रम आये थे तथा सभा को संबोधित किया था।उक्त बातें जनेश्वर विकास केंद्र एवं जन विकास परिषद के तत्वाधान में आयोजित कुमार बद्रीनारायण सिंह पुण्यतिथि समारोह में वक्ताओं ने कहा।समारोह अधिवक्ता संघ सभागार में जन विकास परिषद अध्यक्ष प्रो दिनेश प्रसाद की अध्यक्षता में संपन्न हुई।जनेश्वर विकास सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि सर्वप्रथम मुख्य अतिथियों द्बारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवं कुमार बद्रीनारायण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर समारोह का उद्घाटन किया गया।इसके बाद अतिथियों का स्वागत जन विकास परिषद के उपाध्यक्ष रामचंद्र सिंह,अरुण कुमार सिंह ने माल्यार्पण कर किया।स्वागत भाषण जनेश्वर विकास केन्द्र के अध्यक्ष रामजी सिंह ने दिया।तत्पश्चात स्वतंत्रता आंदोलन में कुमार बद्रीनारायण सिंह की भूमिका विषय पर संगोष्ठी की की गयी। विषय प्रवेश कराते हुए अनुग्रह स्मारक महाविद्यालय के इतिहास के प्राध्यापक डा• बिनोद कुमार सिंह ने बताया कि बद्री बाबू सुभाषचन्द्र बोस के परम अनुयायी थे।उनके अनुरोध पर ही सुभाषचन्द्र औरंगाबाद के चौरम आश्रम आये थे और सभा का संबोधन किया था।आगे बताये कि 1930 मे गांधी जी द्बारा शुरू किया गया नमक सत्याग्रह को बिहार में नेतृत्व बद्री बाबू ही कर रहे थे।इसके तहत कर्मा गांव में नोनी मिट्टी और पानी से नमक बनाकर ब्रिटिश सरकार द्बारा बनाया गया नमक कानून को तोड़ा था जिसमें जिले और प्रदेश के सभी गरमदल के लोग शामिल थे । इसके बाद मुख्य अतिथि चाणक्य परिषद के अध्यक्ष रामानुज पांडे, ज्योतिष विद शिवनारायण सिंह, प्रो श्याम नारायण सिंह, प्रो राजेंद्र सिंह ने बताया कि बताया कि इतने बड़े स्वतंत्रता सेनानी के इतिहास से आज तक जिला वासी अनभिज्ञ हैं जो चिन्तनिय है। इसलिए इनके इतिहास को उजागर करने हेतु कुमार बद्रीनारायण सिंह और जिले के सभी स्वतंत्रता सेनानियों के उपर किताब लिखी जानी चाहिए। साथ ही इनकी प्रतिमा कुमार बद्रीनारायण सिंह मार्केट सामने लगायी जाना चाहिए । सरपंच संघ संरक्षक रवीन्द्र कुमार सिंह,अधिवक्ता अनील कुमार सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता आदित्य श्रीवास्तव, अधिवक्ता एवं कर्मा निवासी जयकृष्ण सिंह ,इन्द्रदेव यादव ने उनके ब्यक्तित्व एवं कुतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और बताया की वे गरीबों के हक अधिकार के लिए आजीवन लड़ते रहे।जनेश्वर विकास केंद्र के केंद्रीय सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि कुमार बद्रीनारायण सिंह और राजा नारायण सिंह ने देश के लिए शहादत देने वाले बहुत बड़े स्वतंत्रता सेनानी थे।इसके बावजूद इनको इतिहास में उचित स्थान नहीं मिल पाया है जो अफ़सोस की बात है । देर ही सही अब हम जिला वासियों का कर्तव्य बनता है कि इनके ब्यक्तित्व एवं कुतित्व को हाइलाइट करने हेतु कार्य किया जाये।इस हेतु कुमार बद्रीनारायण सिंह सहित सभी स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास उजागर करने हेतु किताब लिखने और एक शहीद स्मारक बनाकर उसमें जिले के सभी स्वतंत्रता सेनानियों का नाम और उनका ऐतिहासिक काम का जिक्र हो।इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। इसके बाद में 1942 में गेट स्कूल पर ब्रिटिश झंडा उतारकर तिरंगा झंडा फहराने वाले स्व राजेंद्र प्रसाद सिंह के पुत्र कर्मा वासी काले बाबू को अंगवस्त्र और माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।अतः लोगों का धन्यवाद ज्ञापन साहित्य संवाद अध्यक्ष लालदेव प्रसाद ने किया। समारोह में शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता बैद्यनाथ सिंह,शिक्षक बिनोद मालाकार, सत्यचंडी धाम न्यास समिति अध्यक्ष अमरेश कुमार सिंह सचिव राजेंद्र सिंह ,अभियंता विंग के संयोजक धीरेंद्र कुमार सिंह ,सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद कुमार सिंह, युवा ज्योतिष विद ओमप्रकाश पाठक,बीरेंद्र गुप्ता , तौकीर अहमद सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।
Gautam Kumar