सहरसा जिले से खबर आ रही है जहाँ कोशी नदी में बाढ़ आने से नवहट्टा प्रखंड अंतर्गत सत्तौर पंचायत के बिरजेन गांव में रेन कट होने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गया है।सड़क क्षतिग्रस्त होने से कभी भी लोग दुर्घटना का शिकार हो सकते है। बाढ़ पीड़ित ग्रमीण अपने स्तर से बोरा में मिट्टी भर कर क्षतिग्रस्त सड़क को जहां-जहां रेन कट बन गया है उस जगह बोरा देकर रेन कट को बचाने का काम किया है।बतातें चले कि यह सड़क नोला,नारायणपुर,चंपानगर,शीतली,रामनगर,को जोड़ने वाली सड़क है।अगर विभाग के द्वारा इस रेन कट की मरम्मती नहीं करवाई जाती है तो ग्रमीणों का प्रखंड कार्यालय और मुख्यालय से कभी भी संपर्क भंग हो सकता है।लोगों को आवागमन की काफी समस्या उत्पन्न हो सकती है।हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा कहीं कहीं रेन कट पर बोरा डाला गया है लेकिन वो उतना कारगर साबित नहीं हो पा रहा है।ग्रामीण लोग इस रेन कट को लेकर काफी परेशान है।और जिला प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगा रहे है।