NGTV NEWS । औरंगाबाद । औरंगाबाद का मौसम जैसे ही बदलता है वैसे ही मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ जाता है। शहर के लोग लगातार मच्छरों से परेशान होते दिख रहे है। यह समस्या एक सप्ताह से अधिक समय से जारी है, और शहरवासी मच्छरों के कारण कष्ट भोग रहे हैं। नगर परिषद और जिला प्रशासन की ओर से इस स्थिति को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से लोग और भी चिंतित हो रहे हैं।
वही अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि शहर में मच्छरों के बढ़ते प्रकोप से शहरवासी परेशान हैं और भीड़-भाड़ की जगह हो या एकांत स्थान हर जगह मच्छरों ने उठना बेठना मुश्किल कर दिया है, मच्छरों के जनसंख्या वृद्धि का एक कारण साफ सफाई की कमी भी है।
साथ ही सोशल मीडिया पर समाजसेवी जितेंद्र गुप्ता ने इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने मच्छरों के बढ़ते प्रकोप पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए एक पोस्ट साझा की। इस पोस्ट ने कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया है और शहरवासियों ने नगर परिषद तथा प्रशासन पर सवाल उठाए हैं।
इस बीच, कुछ लोगों ने मच्छरों से बचाने के लिए अद्वितीय उपायों की सिफारिश की है, जिसमें मच्छर भगाऊ दवा का उपयोग करना शामिल है। बढ़ते मच्छरों के कारण स्वास्थ्य का खतरा भी बढ़ गया है। मच्छरों के काटने से डेंगू, मलेरिया जैसे गंभीर रोगों का खतरा बना रहता है। युवा, बुजुर्ग और बच्चों की सेहत भी प्रभावित हो रही है।
नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि वे इस समस्या को हल करने के लिए काम कर रहे हैं। हालाँकि, धरातल पर इसका कोई प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। यदि समय पर कोई कदम नहीं उठाया गया, तो मच्छरों का ये बढ़ता प्रकोप शहरवासियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकता है।
कैसे करे मच्छरों से बचाओ
इस स्थिति को लेकर आम जनता की जागरूकता बहुत महत्वपूर्ण है। लोगों को स्वयं भी मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए और अपने आस-पड़ोस में जागरूकता फैलानी चाहिए। इससे न केवल मच्छरों की संख्या में कमी लाई जा सकती है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को भी कम किया जा सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह है कि लोग अपने आस-पास के वातावरण में सफाई रखें और मच्छरों की प्रजनन स्थलों को समाप्त करें।
Gautam Kumar