NGTV NEWS । औरंगाबाद । जिले के मदनपुर घोड़ाड़ीहरी से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जहां के एक शिक्षक ने होली के मौके पर छात्राओं को रंग लगाने पर बुरी तरह से भड़क गए। शिक्षकों का कार्य केवल शिक्षा देना नहीं बल्कि छात्रों के मनोविज्ञान को समझना भी है, लेकिन इस घटना ने उन जिम्मेदारियों को एकदम दरकिनार कर दिया। बुधवार के दिन, जब छात्राएं परीक्षा देकर होली के उत्सव में रंग खेलते हुए शिक्षक के पास गईं, तो उन्होंने भद्रता की सभी सीमाएं लांघ दीं। इस दौरान छात्राओं ने शिक्षक मो. शाहिद पर रंग पड़ जाने पर एक घंटे तक गंदी-गंदी गालियाँ देने का आरोप लगाया गया है। यह केवल एक व्यक्तिगत आक्रोश नहीं था, बल्कि उन्होंने धमकी भरे शब्दों का भी प्रयोग किया। यह समझ से परे है कि एक शिक्षक किस तरह से अपने छात्रों के साथ इस प्रकार का व्यवहार कर सकता है, जो कि शिक्षा और आदर्शों के खिलाफ है। छात्राओं ने इस घटना की जानकारी अपने अभिभावकों को दी, जिसने मामला और भी गंभीर बना दिया। अगले दिन, बच्चों के अभिभावक स्कूल पहुंचकर इस शिक्षक के खिलाफ निलंबन की मांग की। उनका तर्क यह है कि ऐसी हरकतें बच्चों के मानसिक विकास और उनके आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकती हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक को भी इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और उचित कार्रवाई करनें कि मांग कि है।
