न्यूज डेस्क । बिहार । पटना की हाई प्रोफाइल बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापेमारी की गई है। यह कार्रवाई सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई है और प्रारंभिक जांच के आधार पर इन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए अवैध संपत्ति अर्जित की है। इस छापेमारी में उनके आवास सहित कई अन्य स्थानों पर भी रेड मारी गई ।
छापेमारी के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने विभिन्न दस्तावेजों और संपत्तियों को खंगाला। रिपोर्ट्स के अनुसार, विधु कुमार की आय का स्रोत स्पष्ट नहीं है और उनकी संपत्ति का मूल्यांकन किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस कार्यवाही का उद्देश्य यह जानना है कि क्या विधु कुमार ने अपने आधिकारिक कर्तव्यों से बाहर जाकर संपत्ति इकट्ठा की है या नहीं।
विधु कुमार का कैरियर एकदम से बदल गया जब उन्हें 28 जून 2024 को बेऊर जेल का अधीक्षक बनाया गया। इससे पहले, वे मोतिहारी केंद्रीय कारा के अधीक्षक के पद पर तैनात थे, जहां उनकी कार्यशैली की काफी प्रशंसा हुई थी। लेकिन अब ये मामला उनके खिलाफ गंभीर सवाल उठाता है।
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विधु कुमार को घेरने वाली यह जांच उनके करियर में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकती है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, उच्च अधिकारियों ने संकेत दिया है कि यदि उनके खिलाफ सबूत मिलते हैं, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस छापेमारी ने एक बार फिर सरकारी सेवकों की संपत्ति के मामलें पर बहस को जन्म दे दिया है। क्या विधु कुमार ने अपनी पद की शक्ति का दुरुपयोग किया है, या यह मामला किसी गलतफहमी का परिणाम है, यह तो आगामी जांच में ही साफ होगा। लेकिन फिलहाल, यह घटना पटना में न्याय व्यवस्था की साख पर सवाल खड़ा करती है।