सहरसा से बड़ी खबर सामने आ रही है। जहाँ लड़की के परिजन और पुलिस में नोकझोक हो गयी।लड़की के परिजन को लड़की से नही मिलने देने पर सदर अस्पताल में महिषी थाना के पुलिस से लड़की के परिजनों ने बहस किया।महिषी थाना की पुलिस लड़की को मेडिकल के लिए लेकर सदर अस्पताल आया था।परिजन के आक्रोष को देखकर लड़की को महिषी पुलिस सदर अस्पताल से लेकर भाग गई।मामला सदर अस्पताल सहरसा के बताया जा रहा है।वहीं लड़की के परिजन का कहना है कि मेरी लड़की लापता हो गयी थी।और इसको लेकर महिषी थाना में आवेदन भी दिए थे।उसके बाद पैसे की मांग की गई महिषी थाना में माल दो तो आगे काम करेंगे।गरीब आदमी थे पैसा नहीं दिए।उसके बाद एसपी डीएम को आवेदन दिए।आवेदन पर सुनवाई किये।उसके बाद सुस्मिता मैडम जो महिषी थाना मे पदस्थापित है।वो बोली हम खोजने जाएंगे तो खर्चा दीजिए तो मैंने बीस हजार रुपया खर्चा दिए।उसके बाद वो गुजरात गयी लड़की को लाने।जब लड़की को लेकर आई तो उसके बाद जब मिलना चाहे तो मिलने नहीं दिया गया।जब कोर्ट लेकर लड़की को आए और मेडिकल के लिए सदर अस्पताल लाया तो हमलोगों को मिलने नहीं दिया गया।इसी को लेकर पुलिस से नोक झोंक हुई।वहीं घटना की सूचना मिलते ही सदर थानाध्य्क्ष सुबोध कुमार का कहना हैं कि एक लड़की को महिषी थाना की पुलिस ने बरामद की और लड़की से उसके परिजन मिलना चाह रही थी।और बात करना चाह रही थी। लेकिन जैसा पता चला है।लड़की बात करना नहीं चाह रही थी।इसी को लेकर पुलिस से थोड़ा नोक झोंक हुई है।पुलिस से हाथापाई की बात नहीं हुई है।