न्यूज डेस्क । बिहार । आज हम हमारे दर्शकों को एक महत्वपूर्ण खबर के बारे में सूचित करने जा रहे हैं। चर्चित राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने स्वास्थ्य जांच के बाद पीरबहोर सिविल कोर्ट ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब प्रशांत किशोर और उनके कुछ समर्थक गांधी मैदान में प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध ढंग से धरना दे रहे थे। उनकी मांगों में पांच प्रमुख मुद्दे शामिल हैं, जिन पर वे सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहते थे।धरना स्थल पर प्रशांत किशोर के आंदोलन की प्रकृति को समझते हुए, पटना प्रशासन ने उन्हें नोटिस दिया था कि वे निर्धारित स्थल गर्दनीबाग में चले जाएं। प्रशासन का यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि गांधी मैदान में धरना देना अवैध था। इसके बावजूद, प्रशांत किशोर और उनके समर्थक वहां से नहीं हटे, जिसके कारण प्रशासन ने उन्हें गिरफ्तार करने का निर्णय लिया। सोमवार सुबह कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों को हिरासत में लिया।गिरफ्तारी के बाद, पटना पुलिस ने बयान दिया कि सभी गिरफ्तार किए गए लोग पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है और उन्हें अदालत के समक्ष पेश करने की प्रक्रिया को शुरू किया गया है। इस समय, पटना पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी ने यह जानकारी साझा की कि प्रशासन ने कुल 43 लोगों को हिरासत में लिया था। इनमें से 30 लोगों की पहचान और वैरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।प्रशांत किशोर के इस अनशन और गिरफ्तारी के घटनाक्रम ने बिहार की राजनीतिक स्थिति को एक नया मोड़ दिया है। प्रशांत किशोर ने अपने समर्थन में एक बड़ा जन समूह बनाया है, जिसका असर आगामी चुनावों पर पड़ सकता है। उनका यह आंदोलन क्या राजनीतिक परिवर्तन लाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।यही नहीं, उनके समर्थकों का भी प्रदर्शन जारी है, और वे प्रशांत किशोर की मांगों के प्रति सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रयासरत हैं। क्या सरकार उनकी मांगों पर ध्यान देगी? यह एक बड़ा प्रश्न है जिसका उत्तर आने वाले दिनों में मिलेगा।
आगे कि जानकारी के लिए बने रहिए हमारे साथ। जल्दी ही अपडेट मिलेगा..