NGTV NEWS । NEWS DESK । Wipro देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) को अगले फाइनेंशियल ईयर में 10,000-12,000 छात्रों के रिक्रूटमेंट की उम्मीद है. विप्रो की तरफ से दिसंबर तिमाही के आंकड़ों की घोषणा की गई. कंपनी ने अमेरिका में एच-1बी वीजा सिस्टम में होने वाले बदलावों के बारे में किसी भी चिंता को कम करने की कोशिश करते हुए कहा कि उसके कर्मचारियों का एक अहम हिस्सा अमेरिका में स्थानीय है. विप्रो के एचआर हेड सौरभ गोविल ने कंपनी के तिमाही आंकड़ों की घोषणा करते हुए कहा, ‘हम बड़ी संख्या में लोगों को नियुक्त कर रहे हैं…जो अमेरिका में स्थानीय हैं और आज अमेरिका में हमारे कर्मचारियों का एक अहम हिस्सा स्थानीय है… हमारे पास एच-1बी वीजा का अच्छा भंडार है, इसलिए हम जब भी आवश्यकता होगी लोगों को स्थानांतरित कर सकते हैं… यदि विप्रो के कर्मचारियों की संख्या में चालू वित्त वर्ष (2024-25) की तीसरी तिमाही में 1,157 की कमी आई. वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कर्मचारियों की संख्या 2,32,732 रही, जबकि जुलाई-सितंबर तिमाही में यह 2,33,889 और वित्त वर्ष 2023-24 की दिसंबर तिमाही में 2,39,655 थी. गोविल ने कहा कि कंपनी ने अपने सभी लंबित प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया है. कंपनी हर तिमाही में 2,500-3,000 ‘फ्रेशर्स’ को शामिल करना जारी रखेगी. इसका मतलब है कि हर वित्त वर्ष में 10,000-12,000 ‘फ्रेशर्स’ को शामिल किया जाएगा.
तीसरी तिमाही में 3,354 करोड़ का प्रॉफिट
इससे पहले विप्रो का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 24.4 प्रतिशत बढ़कर 3,354 करोड़ रुपये रहा. विप्रो ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का परिचालन राजस्व 0.5 प्रतिशत बढ़कर करीब 22,319 करोड़ रुपये रहा. कंपनी सूचना के अनुसार, आगामी मार्च तिमाही के लिए विप्रो को आईटी सेवा कारोबार से 2,60.2 करोड़ डॉलर से 2,65.5 करोड़ डॉलर के बीच राजस्व हासिल का अनुमान है.
विप्रो ने प्रति शेयर 6 रुपये के डिविडेंड देने की घोषणा की है. विप्रो के सीईओ (CEO) एवं एमडी श्रीनि पल्लिया ने कहा कि बेहतर तिमाही परिणाम से कंपनी ने ऊंचा राजस्व अनुमान दिया है. उन्होंने कहा, ‘हमने अपने लोगों में निवेश जारी रखते हुए पिछले तीन साल में अपना उच्चतम मार्जिन भी हासिल किया.’ विप्रो ने 17 बड़े सौदे पूरे किए जिनका कुल मूल्य एक अरब अमेरिकी डॉलर है.
Anu gupta