NGTV NEWS । NEWS DESK । अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की ताजपोशी के बाद घरेलू शेयर बाजार हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन हरे निशान पर खुला, पर थोड़ी ही देर में बिकवाली हावी हो गई और सेंसेक्स और निफ्टी नीचे फिसल गए। आइए जानें शेयर बाजार का विस्तृत हाल।
गिरावट के कारण सात महीने के निचले स्तर पर पहुंचा सेंसेक्स
दिन के सत्र में खरीदार एक बार फिर सेंसेक्स-निफ्टी को हरे निशान पर लाने में सफल रहे, लेकिन ऊपरी स्तरों से बाजार फिर टूट गया। आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट के कारण 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,235.08 अंक या 1.60 प्रतिशत गिरकर 75,838.36 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान बीएसई बेंचमार्क 1,431.57 अंक या 1.85 प्रतिशत गिरकर 75,641.87 अंक के निचले स्तर पर पहुंच गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से अपने शपथ ग्रहण समारोह के दिन पड़ोसी देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद वैश्विक व्यापार युद्ध की चिंता बढ़ गई, जिससे व्यापक स्तर पर बिकवाली हुई। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स सेंसेक्स सात महीने के निम्नतम स्तर पर आ गया।
वैश्विक बाजार में दिखा मिला-जुला रुख
मंगलवार को यूरोपीय बाजार बढ़त के साथ कारोबार करते दिखे। एशियाई बाजारों में मंगलवार को टोक्यो और हांगकांग में तेजी रही, जबकि शंघाई और सियोल में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। मार्टिन लूथर किंग जूनियर दिवस के अवसर पर सोमवार को अमेरिकी बाजार बंद रहे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.76 प्रतिशत गिरकर 79.54 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 4,336.54 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। सोमवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 454.11 अंक उछलकर 77,073.44 पर और एनएसई निफ्टी 141.55 अंक चढ़कर 23,344.75 पर बंद हुआ था।जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “घरेलू बाजारों में आज काफी गिरावट देखी गई, जिससे अस्थिरता बढ़ी, ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण के दिन पड़ोसी देशों पर व्यापार शुल्क लगाने की घोषणा की, जिससे वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता देखी गई। चालू तिमाही की आय में कमजोर सुधार और रुपये में गिरावट के कारण एफआईआई की ओर से और अधिक निकासी की आशंका है।”
ट्रंप के वापसी के बाद वैश्विक बजारों में दिखा असर।
सेंसेक्स के शेयरों में जोमैटो, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक प्रमुख रूप से पिछड़ गए। केवल अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक्नोलॉजीज को ही लाभ हुआ।
Anu gupta