NGTV NEWS । NEWS DESK । पाकिस्तान की राष्ट्रीय एयरलाइन (पीआईए) की पहली कमर्शियल फ़्लाइट ने सोमवार को न्यू ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कामयाबी से लैंड किया. अधिकारियों के अनुसार क्षेत्रफल के हिसाब से ये पाकिस्तान का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है.न्यू ग्वादर एयरपोर्ट के लाउंज का उद्घाटन करने पाकिस्तान के रक्षा और उड्डयन मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ पहुँचे थे.
उन्होंने बलूचिस्तान के गवर्नर जाफ़र ख़ान मंदोख़ेल और मुख्यमंत्री सरफ़राज़ अहमद बुगटी के साथ इस उड़ान और इसके मुसाफ़िरों का स्वागत किया.
ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा कि इससे इलाके में पूंजी निवेश बढ़ेगा, रोज़गार के अवसर पैदा होंगे. उन्होंने ग्वादर एयरपोर्ट के निर्माण को चीन-पाकिस्तान सहयोग की एक बड़ी उपलब्धि बताया.
नागरिक उड्डयन के प्रवक्ता ने बताया कि यह क्षेत्रफल के हिसाब से पाकिस्तान का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है. इसके निर्माण के लिए ग्रांट में चीन का बड़ा हिस्सा है और कुछ हिस्सा ओमान का भी है.
यह एयरपोर्ट लगभग 4,300 एकड़ के क्षेत्रफल पर फैला हुआ है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी का दावा है कि आधुनिक इंफ़्रास्ट्रक्चर वाले इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल हर साल चार लाख लोग कर सकते हैं.
पहले उद्घाटन 14 अगस्त 2024 को प्रस्तावित था, लेकिन 28 जुलाई को बलोच एकता समिति ने ग्वादर में धरना दिया. इस धरने ने हिंसक रूप ले लिया. यह प्रदर्शन कई दिनों तक जारी रहा.
25 अगस्त को बेला में पाकिस्तानी सेना पर आत्मघाती हमले समेत बलूचिस्तान में 13 जगहों पर चरमपंथी हमले हुए. इनकी ज़िम्मेदारी संगठन अलगाववादी बलोच संगठन बीएलए ने ली.
शांति व्यवस्था की ख़राब स्थिति के कारण अक्टूबर में चीनी प्रधानमंत्री ली चियांग ने इस्लामाबाद से ग्वादर एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन किया था.
पाकिस्तान सरकार ने जनवरी के पहले हफ़्ते में इस एयरपोर्ट को चालू करने का ऐलान किया था.
कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री को बताया गया था कि 10 जनवरी को एयरपोर्ट से पहली उड़ान मस्कट के लिए जाएगी, लेकिन इस पर अमल नहीं हो सका.
पाकिस्तान के प्लानिंग कमीशन के अनुसार ग्वादर में नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण, बलूचिस्तान के उत्तरी इलाक़े तक आसान और प्रभावी पहुंच उपलब्ध कराने के लिए ज़रूरी होगा.
इस बारे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि काफ़ी बड़ी रक़म से तैयार होने वाले ग्वादर एयरपोर्ट को सक्रिय करने की योजना किस हद तक कामयाब हो पाएगी.
नेशनल पार्टी के सीनेटर जान बलीदी का कहना है कि इस वक़्त ग्वादर ज़िले में चार एयरपोर्ट हैं, जिनमें से तीन यानी ओड़माड़ा, जीवनी और पसनी निष्क्रिय हैं.
जबकि इसी तरह बलूचिस्तान के दूसरे एयरपोर्ट पंजगौर, तुरबत ख़ज़दार और दालबन्देन भी चालू हालत में नहीं हैं.
Anu gupta