NGTV NEWS । NEWS DESK । कश्मीर में अमन शांति, पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को रास नहीं आ रही है। केंद्र से लेकर उमर सरकार पर वह लगातार सियासी हमले कर रही हैं।
रविवार को महबूबा ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कश्मीर के लोगों की खामोशी को शांति न समझें। उन्होंने सवाल किया कि अगर जम्मू-कश्मीर में स्थिति स्थिर और नियंत्रण में है तो गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बार-बार सुरक्षा समीक्षा बैठकें क्यों कर रहे हैं।
इसके अलावा महबूबा ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए बिजनेस नियम बनाते समय अनुच्छेद 370 निरस्त करने का समर्थन करने से परहेज करने को कहा।
पीडीपी प्रमुख ने अनुच्छेद 370 का मुद्दा भी उठाया और कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने से लोगों के अधिकार छिन गए हैं. उन्होंने पाकिस्तान से जुड़ने वाली सड़कें खोलने का भी आग्रह किया. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ ठीक है. इसलिए, मैं उनसे भारत और पाकिस्तान के बीच सभी रास्ते खोलने के लिए कहती हूं. पाकिस्तानियों को यहां आने दें और देखें कि हम कैसे रहते हैं और हमारे पास यहां क्या है.
अखनूर में आईईडी विस्फोट की घटना के साथ-साथ उन्होंने कठुआ और सोपोर में हुई हत्याओं का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बैठकें तो हो रही हैं, लेकिन बेरोजगारी के मुद्दे को सुलझाने के लिए ऐसी कोई बैठक नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को जिंदा रखकर वोट हासिल करना चाहती है. अगर पाकिस्तान इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहता है, तो यह भी भाजपा के लिए अच्छा है कि जम्मू-कश्मीर में विस्फोट और हत्याएं हों, ताकि वे देश में हिंदू-मुस्लिम मुद्दे उठा सकें.
Anu Gupta