NGTV NEWS । NEWS DESK । दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह जब ज्यादातर लोग सो रहे थे तभी भूकंप के झटका महसूस किया गया। इससे सहमे बहुत लोग घरों से बाहर निकल गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलाजी के अनुसार सुबह 5 बजकर 36 मिनट 55 सेकेंड पर यह भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता चार मापी गयी। भूकंप का केंद्र दिल्ली के धौलाकुआं में जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था। जानकारी के अनुसार, भूकंप का केंद्र दिल्ली के धौलाकुआं स्थित झील पार्क के पास था। इससे पहले इसी जगह पर 25 नवंबर 2007 को भूकंप आया था। तब भूकंप की तीव्रता 4.6 थी।
भूकंप से लोगों में दहशत फैल गई और दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में हाईराइज सोसाइटी में रहने वाले लोग घरों से बाहर आ गए। भूकंप के कारण घरों के खिलाड़ी, दरवाजे, पंखे, बेड इत्यादि हिलने लगे। इस वजह से लोगों की नींद खुल गई।
भूकंप के झटकों के बाद लोग जल्दी घर से बाहर निकले। हालांकि अभी तक कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। दिल्ली पुलिस ने आपातकालीन स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 जारी किया है। राजधानी दिल्ली के अलावा, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और रेवाड़ी में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
दिल्ली में भूकंप का केंद्र होना क्यों चिंताजनक?
लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए भूकंप के तेज झटकों का अनुभव साझा किया है। दिल्ली अक्सर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं, लेकिन इस बार भूकंप का केंद्र दिल्ली होना चिंताजनक है।
ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली में सघन बस्तियां हैं। राजधानी में अगर भूकंप आता है तो काफी जान-माल का नुकसान हो सकता है। यहां कई इलाकों में सकरी गलियां होने से जल्द सहायता पहुंचना भी मुश्किल है।
बता दें कि दिल्ली की भौगोलिक स्थिति के कारण इस तरह के भूकंप असामान्य नहीं हैं। दिल्ली में पहले भी इस तरह के भूकंप आते रहे हैं। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, दिल्ली भूकंपीय क्षेत्र 4 में स्थित है, जिसमें भूकंप का खतरा अधिक है।
दिल्ली में पहले कब आए भूकंप के झटके?
वर्ष 2020 दिल्ली में 3.0 तीव्रता से ज्यादा के भूकंप के कई झटके आए थे।
25 नवंबर 2007 को भूकंप आया था। तब भूकंप की तीव्रता 4.6 थी।
Anu Gupta