सीएम हिमंत को किस बात का है डर?गौरव गोगोई पर निशाना, एफ़आईआर पाकिस्तानी के ख़िलाफ़..
( NG TV desk) Hemant sarana ::::पाकिस्तान में इस्लामाबाद के रहने वाले अली तौक़ीर शेख़ संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन के ‘लॉस एंड डैमेज फ़ंड” में पिछले एक साल से निदेशक मंडल के सदस्य हैं.
वो पाकिस्तान सरकार की ओर से ग्रीन फ़ाइनेंसिंग पर बनाई गई टास्क फ़ोर्स के सदस्य भी हैं.तौक़ीर शेख़ ने अपने लिंक्डइन अकाउंट पर दी गई जानकारी में बताया है कि वो साल 2020 से पाकिस्तान के योजना आयोग में जलवायु परिवर्तन सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं.
शेख़ ने ये भी बताया है कि पाकिस्तान की जलवायु परिवर्तन से संबंधित शीर्ष निकाय राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन परिषद में भी वो एक सदस्य के तौर पर तीन साल काम कर चुके हैं, जिसकी अध्यक्षता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री करते हैं.
इसके अलावा शेख़ पिछले 24 साल से पाकिस्तान में लीडरशिप फ़ॉर एनवायरनमेंट एंड डेवलपमेंट (लीड) नामक एक ग़ैर सरकारी संस्था चला रहे हैं, जिसके वे संस्थापक निदेशक हैं.
दरअसल अली तौक़ीर शेख़ ने साल 2009 से 2017 तक सीडीकेएन अर्थात क्लाइमेट डेवलपमेंट एंड नॉलेज नेटवर्क में एशिया निदेशक के तौर पर काम किया था.
उस दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिज़ाबेथ भी सीडीकेएन में काम कर रही थीं.
जलवायु परिवर्तन के प्रति सबसे ग़रीब और सबसे अधिक संवेदनशील लोगों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए काम करने वाली सीडीकेएन में काम करने के दौरान एलिज़ाबेथ ने भारत,पाकिस्तान और नेपाल का दौरा किया था.
जलवायु परिवर्तन से जुड़े विषयों पर एलिज़ाबेथ और अली तौक़ीर शेख़ के कई लेख सीडीकेएन की वेबसाइट पर अब भी मौजूद हैं.
लेकिन एलिज़ाबेथ और अली तौक़ीर शेख़ के विषय को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पिछले कई दिनों से गौरव गोगोई को निशाने पर ले रहे हैं.
मुख्यमंत्री हिमंत जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था ‘लीड पाकिस्तान’ के साथ एलिज़ाबेथ का नाम जोड़ते हैं.
हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया है कि एलिज़ाबेथ इस्लामाबाद में रहने के दौरान लीड पाकिस्तान का अभिन्न अंग थीं.
Anu Gupta