औरंगाबाद औरंगाबाद राज्य स्तरीय विज्ञान एवं गणित मेला का आयोजन 27 फ़रवरी को राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्, पटना में किया गया। यह मेला विशेष रूप से प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य वर्ग 6 से 8 तक के छात्रों में विज्ञान और गणित के प्रति रुचि बढ़ाना और उन्हें सहज तरीके से पढ़ाना है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को प्रोत्साहित करता है बल्कि उन्हें अपने विचारों और परियोजनाओं को प्रदर्शित करने का एक मंच भी प्रदान करता है। इस मेले में औरंगाबाद जिले के मध्य विद्यालय खेमचन्द बिगहा, देव के छात्रों करण कुमार और प्रशांत कुमार को विज्ञान में उनके उत्कृष्ट प्रोजेक्ट “कार्बन प्रदूषण को स्याही में बदलना” के लिए विशेष रूप से सराहा गया। इस प्रोजेक्ट ने प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के नवोन्मेषी तरीकों का प्रदर्शन किया और यह दर्शाया कि कैसे विज्ञान का उपयोग करके हम पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं। उनके इस प्रयास ने मेले में एक नई प्रेरणा दी और दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा।इसके अलावा औरंगाबाद जिले के मध्य विद्यालय घिरसिण्डी, नबीनगर की शिक्षिका शोभा को प्रोजेक्ट बेस्ट लर्निंग की पुस्तक प्रकाशित करने के लिए चयनित किया गया। यह चयनातीकरण न केवल शिक्षिका के लिए गर्व का विषय है, बल्कि अन्यों के लिए भी एक प्रेरणा है कि कैसे शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्टता को पहचाना जा सकता है। औरंगाबाद जिले की पूरी टीम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सराहना प्राप्त की। टीम के सदस्य सर्वेश कुमार सिंह, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी, बिहार शिक्षा परियोजना, औरंगाबाद, विनीता कुमारी, मार्गदर्शक शिक्षिका, और अन्य शिक्षकों को प्रमाण पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
