Dabba Cartel के बाद भूलकर भी ओटीटी पर मिस न करें ये फिल्में, महिलाओं के साहस की बताती हैं कहानी

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NGTV NEWS । NGTV DESK । ओटीटी पर इस वक्त फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज अदाकारा शबाना आजमी की हालिया रिलीज वेब सीरीज डब्बा कार्टेल का जलवा देखने को मिल रहा है। दर्शकों को शो की कहानी काफी पसंद आ रही है। डब्बा कार्टेल में निजी जिंदगी में पैसों की तंगी से जूझने वाली पांच महिलाओं की कहानी दिखाई गई है, जो पैसे कमाने के लिए खाने के डब्बे के जरिए ड्रग्स का धंधा करती हैं। अगर आपको ये शो पसंद आया है तो हम आपके लिए ऐसी ही कुछ अलग कहानियां लेकर आए हैं जिन्हें आपको बिलकुल भी मिस नहीं करना चाहिए।

1.क्वीन (Queen- 2013)

फिल्म में क्वीन आज भी लोगों के बीच काफी पसंद किए जाते हैं। डाब्बा कार्टेल के बाद आपको ये एक बार जरुर देखनी चाहिए। रानी के किरदार में नजर आ रही कंगना रनौत की शादी होने वाली होती लेकिन आखिरी मौके पर उसकी शादी टूट जाती है। शादी टूटने के बाद भी वो उम्मीद हारने और रोने के बजाय अकेले ही अपने हनीमून पर निकल जाती है।

2.   इंग्लिश विंग्लिश एक ऐसी फिल्म है जिसे देखकर आपकी आखों में आसूं आ जाएंगे। आपको ये फिल्म खासतौर पर तब देखनी चाहिए अगर आप एक मां या किसी की पत्नी हैं। फिल्म इंडस्ट्री की दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी ने पिक्चर में लीड रोल निभाया है। मूवी के जरिए उन सभी महिलाओं को सम्मान दिया गया है जो परिवार की देखभाल में अपना पूरा जीवन दे देती हैं। वह अपने ही परिवार से सम्मान पाने के लिए इंग्लिश सिखती है। इस मूवी को देखने के बाद बाद कहना गलत नहीं होगा कि एक पिक्चर को चलाने के लिए किसी हिरो की जरूरत नहीं होती।

पिंक (Pink- 2016)

पिंक मूवी उस पुरुषवादी मानसिकता पर एक करारा थप्पड़ मारती है जो स्त्री और पुरुष को अलग-अलग मापदंड से देखते हैं। यह फिल्म उन प्रश्नों को भी उठाती हैं, जिनके आधार पर लड़कियों के चरित्र के बारे में बात की जाती है। फिल्मों के माध्यम से दिखाया गया है कि कैसे एक स्त्री के चरित्र को घड़ी की सुई के आधार पर तय किए जाते हैं। फिल्म यह भी बताती है कि भले ही वह स्त्री आपकी पत्नी हो या आपकी प्रेमिका यदि वह ना कहती है तो उसे किसी भी पुरुष को छूने और जबरदस्ती करने का अधिकार नहीं है। यह फिल्म हमें सिखा देती है कि हमें सेव गर्ल पर नहीं बल्कि सेव बॉय पर काम करना चाहिए।

थप्पड़ (Thappad- 2020)

अक्सर देखा गया है कि पुरुषों द्वारा कहा जाता है कि बस एक थप्पड़ ही तो था, क्या करूं? हो गया ना लेकिन इस पितृसत्ता सोच को तमाचा देते हुए यह फिल्म बताती है कि आखिर यह हुआ तो हुआ क्यों? यह फिल्म एक तरह से आईना है, जो हर बात पर चोट करती है। हमें बताती है कि हम इस पितृसत्ता सोच में इस कदर डूब चुके हैं कि हमें एहसास तक नहीं हो पता कि हम जो नॉर्मल समझ बैठे हैं, वह नॉर्मल नहीं है।

5.गंगूबाई काठियावाड़ी (Gangubai Kathiawadi- 2022)

संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनीं गंगूबाई काठियावाड़ी में आलिया भट्ट ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस फिल्म को महिलाओं के साथ हर आदमी को भी जरुर देखना चाहिए। एक लड़की जिसके प्रेमी उसे बाजार में बेच देता है और मजबूरन उसे देह व्यापार के धंधे में उतरना पड़ता है। मगर इतना होने के बाद भी वो हिम्मत नहीं हारती है और डटकर सारी मुसिबतों का सामना करती

है।

Anu Gupta

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