पेड़ का महत्व माँ की तरह पर्यावरण के साथ-साथ हमे देता है निः शुल्क प्राणदायिनी ऑक्सीजन – जिला जज

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औरंगाबाद । बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार और माननीय पटना उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वधान में एक पेड़ माँ के नाम मुहिम की शुरुआत विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला जज श्री राजकुमार -1 के द्वारा प्रारंभ किया गया।

वृक्षारोपण के बाद जिला जज ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व होना चाहिए। जिला जज ने कहा कि पर्यावरण और जीवन का अटूट सम्बन्ध है और एक पेड़ माँ के नाम अभियान पर्यावरण के संरक्षरण संवर्धन और विकास का संकल्प लेने की आवश्यकता है। जिस तरह माँ का स्नेह बिन मांगे मनुष्य को प्राप्त होता है उसी तरह वृक्ष से अन्य लाभ के साथ साथ प्राणदायिनी वायू ऑक्सीजन प्राप्त होता है। हमारे पूर्वजों ने वृक्ष लगाये हैं जिसके कारण हमारे आस-पास हरियाली दिखाई दे रहा है और हमें छाया प्रदान कर रहा है।

इस कर्तव्य को पूरा करने का दायित्व प्रत्येक व्यक्ति के उपर हैं और प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण के संरक्षण का दायित्व सही से निभाये तो शायद हमें कई बीमारियों से सामना नहीं करना पडे़ें। साल-दर साल वर्षा का कम होना भूजल स्तर कम होना और इसके विपरीत गर्मी के तपन का बढ़ते जाना आदि चींजें सीधे-सीधे इसी पर्यावरण से जुड़ा है और पर्यावरण सीधे वृक्ष से जुड़ा हुआ है। इस अवसर पर प्राधिकार के सचिव श्री सुकुल राम ने बताया कि वृक्षारोपण के द्वारा पर्यावरण को स्वच्छ करते हुए आम आदमी को अनेकों बीमारियों से बचाया जा सकता है। कोरोना के दिनों में आक्सीजन की समस्या से रूबरू प्रत्येक व्यक्ति को होना पड़ा था, जिसका स्थायी उपाय अत्याधिक मात्रा में वृक्षारोपण करना ही है। एक पेड़ माँ के नाम का मुहिम पूरे जिले में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा चलाया जा रहा है और पेड़ का देखभाल माँ की तरह सभी ने लिया संकल्प।

इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश श्री सत्य भूषण आर्या, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम श्री पंकज मिश्रा के साथ साथ सभी न्यायिक पदाधिकारीगण और जिला विधिक सेवा प्राधिकार श्री सुकुल राम उपस्थित रहे।

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