औरंगाबाद । शहर के कथरूआ इंग्लिश फॉर्म के तत्वधान में बंधुत्व समूह के द्वारा सदर प्रखंड क्षेत्र के छोटकी बेला में साफ़-सफ़ाई की गई, जिसमें सड़क पर फैले कचरे के साथ-साथ सड़क किनारे नालियों की भी सफाई की गई। इस दौरान वहां फैले पॉलीथिन व कूड़े-कचरे को भी हटाया गया। यह कार्यक्रम संस्था के निदेशक व समाजसेवी संतोष कुमार के नेतृत्व में साप्ताहिक किया जाता है। समाजसेवी के इस नि:स्वार्थ सफाई अभियान का असर अब आसपास के इलाके में दिखने लगा है। इस अभियान के बारे में पूछे जाने पर समाजसेवी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा छेड़े गए सफाई अभियान से प्रभावित होकर नि:स्वार्थ भाव से अपने घर से निकल कर आसपास के इलाके को स्वच्छ बनाने में जुटे हैं। समाजसेवी द्वारा अपनी टीम लगाकर शहर व ग्रामीण इलाकों की साफ-सफाई की जा रही है। इस सफाई अभियान में जिले के कई शिक्षक, इंजीनियरिंग, चिकित्सक, समाजसेवी, राजनीतिक व बुद्धिजीवी वर्गों का एक टीम हैं। जो इस कार्यकम में लगे हुए हैं। इस अभियान में क़रीब 300 से अधिक लोग जुड़े हुए हैं। समाजसेवी संतोष कुमार ने कहा कि हमारी टीम सामाजिक चेतना और सामाजिक कार्यों के लिए आगे बढ़ी हैं, महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। उन्होंने “स्वच्छ भारत” का सपना देखा था जिसके लिए वह चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करें। इसी के मद्देनजर आज यह सफाई कार्यक्रम किया गया। आगे भी हमारी टीम इस कार्यक्रम को करती रहेंगी। ताकि स्वच्छता के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जा सके। राजद प्रवक्ता डॉ रमेश यादव ने कहा कि स्वच्छत के दृष्टिकोण से यह एक अच्छा अभियान है। हम सभी को पहले सफाई की शुरुआत अपने घर से करना चाहिए। घर-मोहल्ले का कूड़ा डस्टबिन के भीतर ही रखें। दूसरे लोगों को भी सफाई की इस मुहिम से जोड़े। इस अवसर पर इंग्लिश फॉर्म के निदेशक अधिवक्ता संतोष कुमार, राजद प्रवक्ता डॉ रमेश यादव, संस्था के सहयोगी राजू कुमार सिंह, डॉक्टर उमेश यादव, शिक्षक रवींद्र कुमार, शिक्षक संतोष कुमार यादव, शिक्षक विजय गोप, शिक्षक इंद्रजीत कुमार, शिक्षक चंद्रदीप कुमार राम, शिक्षक मनोज कुमार सिंह, अधिवक्ता अशोक कुमार, इंजीनियर दूधेश्वर प्रसाद, अभय कुमार, अंकित कुमार, राहुल कुमार, कौशल कुमार, सरोज कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।