भारत की सबसे बड़ी एडिबल ऑयल कंपनी अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद अब क्या करेगी विल्मर..

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न्यूज़ डेस्क । India ।  भारत की सबसे बड़ी एडिबल ऑयल कंपनी अदाणी विल्मर लिमिटेड (AWL) से अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद अपने हाई मार्जिन वाले FMCG पोर्टफोलियो में ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए अपने कोर बिजनेस और बड़े डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का लाभ उठाकर ITC के समान रणनीति अपना रही है. पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले बताया था जिस प्रकार आईटीसी ने अपने मजबूत सिगरेट बिजनेस का इस्तेमाल FMCG में विस्तार के लिए किया, उसी प्रकार AWLअपने प्रमुख एडिबल ऑयल बिजनेस का इस्तेमाल एफएमसीजी ग्रोथ के लिए फाउंडेशन के रूप में करने जा रही है.

पीटीआई के अनुसार सूत्रों ने बताया कि अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद, विल्मर इंडियन मार्केट में और अधिक ग्लोबल एफएमसीजी ब्रांड्स को पेश करके इस एप्रोच का लाभ उठा सकता है. अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने अदाणी विल्मर में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचकर इस ज्वाइंट वेंचर से बाहर निकलने का एलान किया था. इस पर अटकलें लगाई जा रही थी कि अदाणी के जेवी से बाहर निकलने के बाद विल्मर आगे क्या करेगी.

दिसंबर तिमाही में, AWL के FMCG बिजनेस ने वॉल्यूम में साल-दर-साल 24 फीसदी की बढ़ोतरी हासिल की, जो इसके फूड और FMCG प्रोडक्ट ऑफरिंग का विस्तार करने के प्रयासों को रेखांकित करता है. नतीजतन, कुल वॉल्यूम में फूड और FMCG की हिस्सेदारी बढ़कर 20 फीसदी हो गई, जबकि कुल रेवेन्यू में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 9 फीसदी हो गई, जो वित्त वर्ष 21 में 10 प्रतिशत और 5 फीसदी थी.

होमशेयर बाजारअदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद अब क्या करेगी विल्मर, आया बहुत बड़ा अपडेट

अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद अब क्या करेगी विल्मर, आया बहुत बड़ा अपडेट

पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले बताया था जिस प्रकार आईटीसी ने अपने मजबूत सिगरेट बिजनेस का इस्तेमाल FMCG में विस्तार के लिए किया, उसी प्रकार AWLअपने प्रमुख एडिबल ऑयल बिजनेस का इस्तेमाल FMCG ग्रोथ के लिए फाउंडेशन के रूप में करने जा रही है.

अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद अब क्या करेगी विल्मर, आया बहुत बड़ा अपडेट

भारत की सबसे बड़ी एडिबल ऑयल कंपनी अदाणी विल्मर लिमिटेड (AWL) से अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद अपने हाई मार्जिन वाले FMCG पोर्टफोलियो में ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए अपने कोर बिजनेस और बड़े डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का लाभ उठाकर ITC के समान रणनीति अपना रही है. पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले बताया था जिस प्रकार आईटीसी ने अपने मजबूत सिगरेट बिजनेस का इस्तेमाल FMCG में विस्तार के लिए किया, उसी प्रकार AWLअपने प्रमुख एडिबल ऑयल बिजनेस का इस्तेमाल एफएमसीजी ग्रोथ के लिए फाउंडेशन के रूप में करने जा रही है.

पीटीआई के अनुसार सूत्रों ने बताया कि अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद, विल्मर इंडियन मार्केट में और अधिक ग्लोबल एफएमसीजी ब्रांड्स को पेश करके इस एप्रोच का लाभ उठा सकता है. अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने अदाणी विल्मर में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचकर इस ज्वाइंट वेंचर से बाहर निकलने का एलान किया था. इस पर अटकलें लगाई जा रही थी कि अदाणी के जेवी से बाहर निकलने के बाद विल्मर आगे क्या करेगी.

वॉल्यूम में साल-दर-साल 24 फीसदी की बढ़ोतरी

दिसंबर तिमाही में, AWL के FMCG बिजनेस ने वॉल्यूम में साल-दर-साल 24 फीसदी की बढ़ोतरी हासिल की, जो इसके फूड और FMCG प्रोडक्ट ऑफरिंग का विस्तार करने के प्रयासों को रेखांकित करता है. नतीजतन, कुल वॉल्यूम में फूड और FMCG की हिस्सेदारी बढ़कर 20 फीसदी हो गई, जबकि कुल रेवेन्यू में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 9 फीसदी हो गई, जो वित्त वर्ष 21 में 10 प्रतिशत और 5 फीसदी थी

एडिबल ऑयल बिजनेस का बड़ा डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क

AWL ने अपने एडिबल ऑयल बिजनेस (मुख्य रूप से ‘फॉर्च्यून’ ब्रांड के तहत) के जरिए से एक बड़ा डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क डेवलप किया है जो 2.1 मिलियन आउटलेट तक पहुंचता है. हालांकि, एडिबल ऑयल सेगमेंट की हिस्सेदारी में लगातार गिरावट देखी जा रही है, फिर भी यह कंपनी के रेवेन्यू का लगभग 80 फीसदी हिस्सा है, जिसमें से 10 प्रतिशत B2B बिक्री से आता है.

अदाणी एंटरप्राइजेज ने बेची थी हिस्सेदारी

30 दिसंबर को गौतम अदाणी के ग्रुप ने अदाणी विल्मर से बाहर निकलने की घोषणा की, तथा अपनी पूरी हिस्सेदारी सिंगापुर के साझेदार को खुले बाजार में 2 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक में बेच दी. अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड – जिसके पास फॉर्च्यून ब्रांड कुकिंग ऑयल, गेहूं का आटा और अन्य फूड प्रोडक्ट मेकर अदाणी विल्मर लिमिटेड में 43.94 फीसदी हिस्सेदारी थी- ने विल्मर इंटरनेशनल को 31.06 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी. शेष लगभग 13 फीसदी हिस्सेदारी मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ओपन मार्केट में बेची जाएगी.

Anu gupta

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