महाकुंभ में पीएम मोदी कल लगाएंगे संगम त्रिवेणी में पावन डुबकी …

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NGTV NEWS । NEWS DESK ।  Modi कल लगाएंगे संगम त्रिवेणी में पावन डुबकी। महाकुंभ 2025 में तीसरे अमृत स्नान के बसंत पंचमी पर बीते सोमवार को सकुशल संपन्न होने के बाद खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संगम में पावन डुबकी लगाने के लिए पहुंचने वाले हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को माघ महीने की अष्टमी तिथि पर पुण्य काल में पवित्र त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाएंगे। स्नान के बाद वह संगम तट पर ही गंगा की पूजा कर देशवासियों की कुशलता की कामना करेंगे।

इसके बाद गंगा की पूजा व आरती करेंगे। इस दौरान वह अखाड़ों, आचार्यवाड़ा, दंडीवाड़ा व खाकचौक के प्रतिनिधियों से भेंट वार्ता करेंगे। लगभग एक घंटे बाद यहां से वह लौट जाएंगे।

महाकुंभ : संगम क्षेत्र में कल घंटे पर रहेंगे पीएम मोदी…

बताया जा रहा है कि पीएम मोदी का लगभग एक घंटे का महाकुंभ नगर में कार्यक्रम प्रस्तावित है। पीएम मोदी प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट पर बुधवार सुबह लगभग 10 बजे विशेष वायुयान से पहुंचेंगे। उसके बाद सेना के तीन हेलीकाप्टर से अरैल स्थित डीपीएस मैदान के हेलीपैड पर उतरेंगे। वहां से कार से वीआइपी जेटी जाएंगे।

वहां से निषादराज क्रूज से गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम त्रिवेणी में डुबकी लगाने जाएंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर प्रयागराज से लेकर महाकुंभ मेला क्षेत्र तक तैयारी की जा रही है। बीते सोमवार को एयर, वाटर फ्लीट रिहर्सल भी हुआ। आज मंगलवार को रोड फ्लीट रिहर्सल होना है।

प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व CM Yogi आदित्यनाथ, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक पहले ही बमरौली एयरपोर्ट पर पहुंच जाएंगे

बता दें कि प्रधानमंत्री ने महाकुंभ के पहले 13 दिसंबर 2024 को संगम तट पर गंगा की आरती और पूजा कर इस महाआयोजन के सकुशल संपन्न होने की मंगलकामना की थी। वर्ष 2019 के कुंभ के शुरू और बाद में भी वह आए थे। पिछले कुंभ 2019 में श्रद्धा एवं सद्भाव से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता कर्मियों के पांव पखार कर सामाजिक समरसता का भी संदेश दिया था।

कल्पना में भी ऐसे सम्मान की उम्मीद न करने वाले पांचों कर्मचारी तब नि:शब्द थे, बस नम आंखें ही बोल रहीं थीं। कुंभ नगरी के गंगा पंडाल के इस नजारे को देखकर अन्य स्वच्छता कर्मियों तथा स्वच्छाग्रहियों की भावनाएं उस समय ऊफान पर थीं तो पीएम मोदी ने भी इसे अपने जीवन का सबसे अविस्मरणीय पल बताया था।

कुंभ 2019 के शुरू होने पर पीएम मोदी आए थे और उन्होंने किला में लगभग 450 वर्षों से कैद अक्षयवट को आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाने की घोषणा की थी। कुंभ की समाप्ति पर जब प्रधानमंत्री आए थे तो संगम में डुबकी लगाने के बाद उन्होंने गंगा पंडाल में स्वच्छता कर्मियों के पांव धुले थे।

तब प्रधानमंत्री के इस नए अवतार को देख हर व्यक्ति हतप्रभ और भावुक हो गया था। एक के बाद एक करके उन्होंने पांच सफाई कर्मियों के पांव पखारे और पोछे भी थे। उस दौरान पंडाल में मौजूद हजारों कर्मचारी लगातार तालियों से इस पल का स्वागत करते रहे थे।

बाद में भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक उत्तर प्रदेश के राजभवन पहुंचे। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और CM Yogi आदित्यनाथ ने उनका गरिमापूर्ण स्वागत किया तथा उनकी मेजबानी की। भूटान के राजा और उनके प्रतिनिधिमंडल, CM Yogi, वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, विदेश मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी राजभवन में राज्यपाल द्वारा आयोजित रात्रिभोज में शामिल हुए।

इस मौके पर भूटान के राजा ने राजभवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। राजभवन में भूटान के राजा और उनके विशिष्ट प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए राज्यपाल और CM Yogi ने भारत-भूटान संबंधों पर विस्तृत चर्चा की। उस दौरान भारत-भूटान सांस्कृतिक और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के विषय पर बातचीत हुई।

माना जा रहा है कि भूटान के राजा की यह यात्रा भारत-भूटान मित्रता और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। दिसंबर 2024 में भूटान के राजा और रानी ने नयी दिल्ली का दौरा किया था और मार्च 2024 में पीएम नरेंद्र मोदी को भूटान ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ‘ऑर्डर ऑफ ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया। बता दें कि पीएम मोदी यह प्रतिष्ठित पुरस्कार पाने वाले पहले विदेशी नेता हैं।

Anu gupta

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