NGTV NEWS । औरंगाबाद । दाउदनगर प्रखंड के रेपुरा गांव में खलिहान संस्था के तत्वावधान में जूट की खेती की संभावना विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रविकांत एवं संचालन शिक्षक अंबुज कुमार ने किया।गोष्ठी में खलिहान के कर्मी रंजीत कुमार ने जूट की खेती में खलिहान की भूमिका और राष्ट्रीय जूट बोर्ड के प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसान रजिस्ट्रेशन कर अपने खाली समय में जूट की खेती कर मुनाफा कमा सकते हैं। पंजीकृत किसानों को अनुदानित दर पर बीज और यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे, साथ ही तैयार रेशों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर संस्था खरीदने का कार्य करेगी।
गोरडीहा के मुखिया प्रतिनिधि एवं यादव महासभा के अध्यक्ष नागेंद्र यादव ने अपने क्षेत्र में जूट की खेती को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई। किसान सलाहकार आलोक टंडन, संजीत कुमार, चंदन कुमार और सांख्यिकी सुपरवाइजर उपेन्द्र कुमार ने जूट को नकदी फसल बताते हुए किसानों से इसे अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती से हटकर ही किसान अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकते हैं। वहीं
शमशेर नगर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राजू पासवान ने किसानों को जूट की खेती अपनाने और हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में नरेश तिवारी, महेंद्र महतो, छेदी यादव, दिनेश्वर सिंह, रमाकांत सिंह, भजन यादव, दयानंद विश्वकर्मा, बृजकिशोर मंडल सहित कई किसान उपस्थित रहे। किसानों ने जूट की खेती करने का संकल्प लिया।गौरतलब है कि भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय के तहत केंद्रीय जूट बोर्ड नए क्षेत्रों में जूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र को जूट की खेती के लिए उपयुक्त बताया है। समाजसेवी उदय सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
संगोष्ठी के बाद खलिहान संस्था और ग्रामीणों की टीम ने होली मिलन समारोह का आयोजन किया। शिक्षक राजेंद्र राम और कामता यादव के नेतृत्व में रसपूर्ण होली गीतों का गायन हुआ, जिसका ग्रामीणों ने भरपूर आनंद लिया।
दाउदनगर अनुमंडल संवाददाता गौतम कुमार
Gautam Kumar